छिंदवाड़ा // आज परासिया और पांढुरना विधायक छिंदवाड़ा कलेक्टर कार्यालय पहुंचे , भारी संख्या में आदिवासी ग्रामीणों ने उमरेठ और मोहखेड़ में खदान न खोलने का विरोध दर्ज

मोहखेड़ और उमरेड ग्रामीण को कहना है कि यह जमीन हमारी निजी और पुस्तैनी है जिससे हम हमारा जीवन यापन करते हैं और परिवार को पालते हैं जिसका मलिकाना हक हमारे बुजुर्गों से हमारे पास है जो आज हम लम्बे समय से हमारे बुजुर्गों की जमीन पर काबिज है हम हर हालात में हमारी जमीन शासन को प्लैटिनम खदान खोलने के लिए नहीं देंगे। और ग्रामीणों ने चेतावनी दिए कि यदि उनकी निजी भूमि को अधिग्रहण किया गया , तो आदिवासी ग्रामीण आंदोलन के लिए तैयार है ।

पांढुरना विधायक नीलेश उइके के ने बताया कि खनिज विभाग कुछ समय पहले पूर्व कलेक्टर शीतला पटले के द्वारा इन क्षेत्रों का सर्वे कराया गया लगभग 830 हेक्टेयर निजी भूमि पर सर्वे पर पाया गया कि में यहां की खान पे प्लैटिनम और अन्य धातु की उपलब्धता पाई गई इस संबंध में दिनांक 10 फरवरी 2023 को प्रमुख सचिव खनिज संसाधन विभाग भोपाल को पत्र लिखा था ।

परासिया विधायक सोहन वाल्मीकि ने का कहना है यह जमीन ग्रामीणों की पुश्तैनी है इस पर हम बहुत समय से खेती कर रहे हैं और अगर सरकार जोर करती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे आदिवासियों की मांग है कि खदान ना खोली जाए ग्रामीण में शासन प्रशासन से मांग की है कि उमरेड और मोहखेड़ क्षेत्र की निजी स्वामित्व वाली भूमि पर किसी भी प्रकार की खदान या अन्य वस्तुओं की खदान ना खोली जाए और ना ही भूमि अधिग्रहण की जाए।